गतिकी प्रश्नोत्तरी For IIT , GATE (PDF Download)

Kinematics In Hindi

किसी गतिमान वस्तु का त्वरण ज्ञात किया जा सकता है ?
वेग - समय ग्राफ के ढाल द्वारा

स्वतन्त्रतापूर्वक गिरती किसी वस्तु का समय - त्वरण वक्र होगा
समय अक्ष के समान्तर कोई रेखा

x = 0 पर स्थित एक कण समय t = 0 से धनात्मक x - दिशा में ‘v’' वेग से गतिशील है जो कि v = α√x प्रकार से परिवर्तित करता है । कण का विस्थापन समय के साथ इस प्रकार परिवर्तित होता है ?
t2

मन्दित गति के लिए वेग - समय ग्राफ का ढाल है ?
ऋणात्मक

यदि दो राशियों का परस्पर ग्राफ सरल रेखा हो तो दोनों राशियाँ
अचर होती हैं

विस्थापन - समय आलेख के ढाल ( tanθ ) से . . . . और वेग - समय आलेख के ढाल से . . . . . का मान प्राप्त होता है ।
वेग , त्वरण

समय - विस्थापन ग्राफ से क्या निष्कर्ष निकलता है जब ग्राफ समय - अक्ष के समान्तर सरल रेखा में है ?
इसका अर्थ यह है कि समय के साथ वस्तु की स्थिति नहीं बदल रही है अतः वस्तु विरामावस्था में है ।

समय - विस्थापन ग्राफ से क्या निष्कर्ष निकलता है जब ग्राफ समय - अक्ष के साथ न्यून कोण बनाती हुई सरल रेखा है ?
इसका अर्थ है कि वस्तु एक स्थिर ( एक समान ) धनात्मक वेग से गतिमान है ।

समय - विस्थापन ग्राफ में समय - अक्ष के साथ अधिक कोण बनाती सरल रेखा है तब वस्तु की स्थिति कैसी होगी ?
वस्तु एकसमान ऋणात्मक वेग से गतिमान होगी ।

समय - विस्थापन ग्राफ में ढाल जितना अधिक होता है , वस्तु का वेग कैसा होगा ?
वस्तु का वेग भी उतना ही अधिक होगा ।

क्या समय - विस्थापन ग्राफ समय - अक्ष के लम्बवत् हो सकता है ? यदि नहीं तो क्यों ?
समय - विस्थापन ग्राफ कभी भी समय - अक्ष के लम्बवत् नहीं हो सकता है क्योंकि ग्राफ का लम्बवत् होना अनन्त वेग को प्रदर्शित करता है , जो असम्भव है ।

समय - वेग ग्राफ तथा किसी समय - अन्तराल के संगत समय - अक्ष के बीच घिरा क्षेत्रफल उस समय - अन्तराल में वस्तु द्वारा चली गई दूरी क्या व्यक्त करती है ?
विस्थापन ।

समय - वेग ग्राफ में यदि यह आलेख समय - अक्ष से अधिक कोण बनाती हुई सरल रेखा है तो इसका क्या अर्थ है ?
इसका अर्थ है कि वस्तु एक नियत ऋणात्मक त्वरण से गतिमान है ।

समय - वेग ग्राफ एक वक्र है तो इसका क्या तात्पर्य है ? लिखिए ।
इसका तात्पर्य है कि वस्तु असमान त्वरण से गतिमान

समय - वेग आलेख समय - अक्ष के समान्तर सरल रेखा है , तब इसका क्या अर्थ है ?
इसका अर्थ यह है कि वस्तु नियत वेग ( शून्य त्वरण ) से गतिमान है ।

समय - वेग आलेख समय - अक्ष के साथ न्यून कोण बनाती हुई सरल रेखा है , तब इसका क्या तात्पर्य है ?
इसका तात्पर्य यह है कि वस्तु एक नियत धनात्मक त्वरण से गतिमान है ।

समय - वेग आलेख एक वक्र है । तब इसका क्या तात्पर्य है ?
इसका तात्पर्य है कि वस्तु असमान त्वरण से गतिमान है ।

किसी एक समयान्तराल में वस्तु के विस्थापन में परिवर्तन उस समयान्तराल के लिए समय - वेग ग्राफ तथा समय - अक्ष के बीच . . . . . . . के बराबर होता है ।
क्षेत्रफल ।

वेग - समय ग्राफ का ढाल अधिक होने पर वस्तु के त्वरण पर क्या प्रभाव पड़ेगा ?
ढाल जितना अधिक होगा , वस्तु का त्वरण भी उतना ही अधिक होगा ।

एक कण X - Y तल में गति कर रहा है और किसी क्षण t पर उसके निर्देशांक , x = A sinω t तथा y = A cosω t हैं , जहाँ ω एक नियत राशि है । कण का पथ है ?
वृत्ताकार

एकसमान त्वरित गति के तीनों समीकरणों को लिखिए ।
V = u + at → गति का प्रथम समीकरण _ s = ut + ½ at2 → गति का दूसरा समीकरण v2 = u2 + 2as → गति का तीसरा समीकरण

ग्राफीय विधि से एकसमान त्वरित गति हेतु गति के समीकरण ज्ञात करने के लिए हम किस ग्राफ का अध्ययन करते हैं ?
वेग - समय ग्राफ

एकसमान त्वरित गति में आलेख किस प्रकार का प्राप्त होता है ?
आलेख एक सरल रेखा के रूप में होगा जिसका ढाल त्वरण को व्यक्त करता है ।

यदि फ्रेम S एवं S ' एक - दूसरे के सापेक्ष यदि नियत वेग से गति कर रहे हों तो इस अवस्था में किसी कण का दोनों फ्रेमों में मापा गया त्वरण क्या होता है ?
त्वरण समान होता है ।

द्विविमीय गति के लिए विस्थापन समीकरण लिखिए और उसका परिमाण बताइए ।
Δr = Δxî + Δyĵ
|Δr| = ( Δx )2 + ( Δy )2

समान परास के लिए एक पिण्ड को समान चाल से कितनी दिशाओं में ( कोणों पर ) प्रेक्षित किया जा सकता है ?
2

किसी प्रक्षेप्य का पथ होता है ?
परवलयिक

किसी प्रक्षेप्य की उसकी अधिकतम ऊँचाई पर चाल उसकी प्रारम्भिक चाल की आधी है , तब प्रक्षेप्य कोण है ?
60°

एक प्रक्षेप्य की अधिकतम ऊँचाई तथा क्षैतिज परास परस्पर समान हैं , तब प्रक्षेप्य का प्रक्षेपण कोण है ?
θ = tan-1 ( 4 )

एक वायुयान पृथ्वी से h ऊँचाई पर क्षैतिज वेग u से गतिमान है । यदि इससे एक पैकेट गिराया जाता है , तब जब पैकेट पृथ्वी पर पहुँचता है , उस समय उसकी चाल है ?
u2 + 2gh

एक प्रक्षेप्य की अधिकतम ऊँचाई पर चाल उसकी प्रारम्भिक चाल u की आधी है । प्रक्षेप्य की क्षैतिज परास है ?
3 u2 / 2g

किसी प्रक्षेप्य के पथ में उच्चतम बिन्दु पर
गतिज ऊर्जा न्यूनतम होती है ।

एक गेंद को क्षैतिज से कितने कोण पर फेंकें कि वह अधिकतम क्षैतिज दूरी तय कर सके ?
45°

चार गेंदें क्षैतिज के साथ क्रमश : 15° , 30° , 45° तथा 70° कोण बनाती हुई समान चाल से प्रक्षेपित की जाती हैं । जो गेंद पृथ्वी पर सबसे पहले टकरायेगी , होगी ?
पहली गेंद

किसी प्रक्षेप्य को वेग u प्रक्षेपण कोण θ से फेंकने पर परास R है । यदि उसी वेग से प्रक्षेप्य को कोण ( 90 - θ ) पर फेंका जाये तो परास होगा ?
R

एक प्रक्षेप्य की क्षैतिज परास उसकी अधिकतम ऊँचाई की 4√3 गुनी है । इसके प्रक्षेपण कोण का मान होगा ?
30°

परवलीय गति में क्षैतिज दूरी का मान होता है?
u2 Sin 2θ / g
परवलीय गति में अधिकतम ऊर्ध्वाधर ऊँचाई का मान होता है ?
u2 Sin2θ / 2g

एक गेंद 20 मीटर / सेकण्ड के वेग से क्षैतिज से 60° का कोण बनाते हुए फेंकी जाती है । इसके उडान का समय होगा ( g = 10 m / sec2 )
4 सेकण्ड

प्रक्षेप्य गति में जब प्रक्षेप्य कोण ए हो तब तात्क्षणिक वेग और तात्क्षणिक त्वरण में अधिकतम और न्यूनतम कितना कोण हो सकता है ?
π/2 + θ , π/2 - θ

प्रक्षेप पथ के उच्चतम बिन्दु पर प्रक्षेप्य की गति की दिशा क्षैतिज क्यों हो जाती है ?
क्योंकि उच्चतम बिन्दु पर ऊर्ध्वाधर वेग शून्य हो जाता है ।

प्रक्षेप पथ के उच्चतम बिन्दु पर वेग व त्वरण की दिशाओं के बीच कितना कोण होता है ?
90°

प्रक्षेप पथ के किस बिन्दु पर चाल निम्नतम होती है ? किस बिन्दु पर अधिकतम ?
उच्चतम बिन्दु पर निम्नतम , प्रक्षेपण बिन्दु पर अधिकतम ।

एक खिलाड़ी गेंद को क्षैतिज से किस झुकाव पर फेंके कि गेंद अधिकतम दूरी तक जाये ?
45°

प्रक्षेप्य पथ ऋजुरेखीय होने के लिये प्रक्षेप कोण का मान कितने डिग्री के बराबर होना चाहिये ?
90°

एक मीनार की चोटी से एक गेंद क्षैतिज दिशा में फेंकी जाती है तथा उसी मीनार की चोटी से एक दूसरी गेंद गिराई जाती है । दोनों गेंदों के पृथ्वी पर पहुँचने में समयान्तराल क्या होगा ?
शून्य । दोनों गेंदों के ऊर्ध्वाधर गति हेतु सूत्र s = ut + ½ at2 में x = 0 और a = g अत : दोनों गेंदों के लिये t समान होंगे अर्थात् दोनों गेंदें एक साथ पृथ्वी पर पहुँचेंगी ।

महत्तम ऊँचाई का सूत्र लिखिये और यह बताइये कि महत्तम ऊँचाई पर प्रक्षेप्य का वेग कितना होता है ?

महत्तम ऊँचाई H =
u2 Sin2θ / 2g

महत्तम ऊँचाई पर प्रक्षेप्य का वेग केवल क्षैतिज दिशा में u cosθ होता है ।

ऊपर की ओर फेंकी एक गेंद के प्रक्षेप मार्ग के किस बिन्दु पर त्वरण वेग के अभिलम्ब है ?
प्रक्षेप मार्ग के उच्चतम बिन्दु पर ।

एक वस्तु एक तल में अपने प्रारम्भिक वेग की दिशा से भिन्न दिशा में गतिमान है । इसके द्वारा तय किया गया पथ किस प्रकार का होगा ?
उसका पथ परवलीय पथ होगा ।

कणों के गतिकीय व्यवहार से संबंधित अध्ययन की भौतिकी की शाखा क्या कहलाती है ?
गतिकी ।

एक विमीय , द्विविमीय एवं त्रिविमीय गति में कितने कितने निर्देशांक होते हैं ?
1 , 2 , 3

जब कोई कण या कणों के निकाय किसी निश्चित - अक्ष के परितः घूर्णन करे तो यह कौनसी गति कहलाती है ?
घूर्णन गति ।

वृत्ताकार गति में एक चक्र में विस्थापन कितना होता
शून्य ।

चाल का सूत्र लिखिए ।
चाल = दूरी / समय

ऋणात्मक त्वरण को क्या कहते हैं ?
मन्दन

एकांक समय में तय विस्थापन को क्या कहते हैं ?
वेग

विस्थापन - समय वक्र का ढाल क्या बताता है ?
वेग

वेग - समय वक्र का ढाल क्या बताता है ?
त्वरण

वेग - समय वक्र का क्षेत्रफल क्या दर्शाता है ?
दूरी

यदि कोई कण एक नियत वेग से गतिशील है तो उसका त्वरण कितना होगा ?
शून्य

किसी वस्तु को अधिकतम दूरी तक प्रक्षेपित करने हेतु उसे कितने डिग्री कोण से प्रक्षेपित किया जाना चाहिए ?
45°

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