जापान के संविधान से सम्बंधित प्रश्नोत्तर

जापान के संविधान से सम्बंधित प्रश्नोत्तर


प्रश्न 1 . ' उगते हुए सूरज की धरती ' किस देश को कहा जाता है ?
उत्तर - जापान को ।
प्रश्न 2 . जापान के मेइजी संविधान से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर - जापान में 1889 ई . में 76 धाराओं वाले मेइजी संविधान को लागू किया गया जिसका स्पष्ट उद्देश्य , उस वर्ग की सत्ता को सुरक्षित करना था , जिसने शोगुन सत्ता की समाप्ति की थी । इस संविधान में सम्राट केन्द्रीय व्यक्ति था । उसके पास समस्त शक्तियाँ निहित थी और सेना की स्थिति शासन के एक अर्द्ध - स्वतन्त्र अंग की थी ।
प्रश्न 3 . जापान के उन चार बड़े द्वीपों के नाम लिखिए जिनसे वह चारों तरफ से घिरा हुआ है ?
उत्तर - चार बड़े द्वीप -
( 1 ) होंशू ( Honshu )
( 2 ) शिकोकु ( Shikoku )
( 3 ) क्युशु ( Kyushu )
( 4 ) होककाइदो ( Hokkaido ) ।
प्रश्न 4 . भारतीयों की दृष्टि से जापानी संविधान के अध्ययन का विशेष महत्त्व क्यों है ?
उत्तर - साम्राज्यवादी शोषण के बाद भारत को अनेक समस्याओं के साथ आजादी प्राप्त हुई और जापान को भी द्वितीय विश्वयुद्ध में पराजय एवं गंभीर बर्बादी के बाद अनेक समस्याओं के रहते नव - निर्माण की चुनौती प्राप्त हुई । इस कारण जापानी संविधान के अध्ययन का महत्त्व है ।
प्रश्न 5 . जापान के संविधान की दो प्रमुख विशेषताएँ बताइए ।
उत्तर - ( 1 ) जापान का संविधान ब्रिटिश संविधान की भाँति राजतंत्रात्मक होते हुए भी पूर्णरूपेण जनतंत्रात्मक है ।
( 2 ) वर्तमान संविधान ने जापान को युद्ध करने के सर्वोच्च अधिकार से वंचित कर दिया है ।
प्रश्न 6 . जापान की संसदीय व्यवस्था के दो लक्षणों का उल्लेख कीजिए ।
उत्तर - दो लक्षण -
( 1 ) जापान का सम्राट ब्रिटिश सम्राट की भाँति ही कार्यपालिका का नाममात्र का प्रधान है वास्तविक शक्ति मंत्रिमण्डल में निहित है ।
( 2 ) मंत्रिमण्डल का सामूहिक उत्तरदायित्व का पाया जाना ।
प्रश्न 7 . पश्चिमी देशों में तथा एशिया में सर्वप्रथम संसदात्मक शासन पद्धति अपनाने वाला पहला देश कौनसा था ?
उत्तर पश्चिमी देशों में सर्वप्रथम इंग्लैण्ड तथा एशिया में जापान सर्वप्रथम संसदात्मक शासन पद्धति अपनाने वाला देश था
प्रश्न 8 . जापान के संविधान में इसके नागरिकों के किन्हीं दो कर्तव्यों का उल्लेख कीजिए ।
उत्तर - ( 1 ) सभी व्यक्तियों द्वारा काम करने का कर्तव्य ।
( 2 ) कर चुकाना ।
प्रश्न 9 . जापान के संविधान के किन अनुच्छेदों में नागरिक अधिकारों का उल्लेख है ?
उत्तर - जापानी संविधान के अनुच्छेद 10 से 40 तक में नागरिक अधिकारों का उल्लेख किया गया है ।
प्रश्न 10. जापान के नागरिकों के कोई चार मौलिक अधिकार लिखिए ।
उत्तर - ( 1 ) समानता का अधिकार
( 2 ) सम्पत्ति का अधिकार
( 3 ) काम पाने का अधिकार
( 4 ) शिक्षा पाने का अधिकार ।
प्रश्न 10 . जापान के नागरिकों को प्राप्त किन्हीं दो राजनीतिक अधिकारों के नाम लिखिए ।
उत्तर - ( 1 ) मताधिकार तथा
( 2 ) याचिका भेजने का अधिकार ।
प्रश्न 11 . जापान के नागरिक के मौलिक अधिकारों की कोई दो कमियाँ बताइए ।
उत्तर - ( 1 ) अधिकार एवं कर्तव्यों का एक साथ वर्णन करना अनुचित
( 2 ) अधिकारों का क्रमबद्ध एवं व्यवस्थित वर्णन नहीं किया गया है ।
प्रश्न 12 . जापान के वर्तमान संविधान में प्रदत्त मंत्रिमण्डलात्मक सरकार की किन्हीं दो विशेषताओं को लिखिए ।
उत्तर - ( i ) जापान में सम्राट नाममात्र का राज्याध्यक्ष है ।
( ii ) जापान में कैबिनेट डाइट ( संसद ) का अभिन्न अंग है ।
प्रश्न 13 . जापान में संविधान संशोधन सम्बन्धी प्रस्ताव कब प्रस्तुत किया जा सकता है ?
उत्तर - जापान में संविधान संशोधन सम्बन्धी कोई भी प्रस्ताव दोनों सदनों के कम से कम दो - तिहाई सदस्यों के मत से डाइट में प्रस्तुत किया जा सकता है ।
प्रश्न 14 . जापान में संवैधानिक प्रश्नों से सम्बन्धित विवादों की सुनवाई कितने न्यायाधीशों की बैंच करती है ? इसमें कितने न्यायाधीशों की उपस्थिति अनिवार्य है ?
उत्तर - 15 न्यायाधीशों की ग्राण्ड बैंच , जिसकी गणपूर्ति के लिए 9 न्यायाधीशों की उपस्थिति अनिवार्य है ।
प्रश्न 15 . जापान के संविधान का दूसरा नाम क्या है ? इसे कब लागू किया गया ?
उत्तर - जापान के संविधान का दूसरा नाम ' शोवा संविधान ' भी है । इसे 3 मई , 1947 को लागू किया गया था ।
प्रश्न 16 . जापान के संविधान में कितने अध्याय तथा अनुच्छेद हैं ?
उत्तर - जापान के संविधान में 11 अध्याय और 103 अनुच्छेद हैं ।
प्रश्न 17 . जापान के संविधान में अनुच्छेद 9 का सम्बन्ध ।
उत्तर - जापानी संविधान का अनुच्छेद 9 युद्ध के परित्याग से सम्बन्धित है । अनुच्छेद 9 के अनुसार , “ न्याय और व्यवस्था पर आधारित अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति के लिए अच्छे हृदय से आकांक्षा रखते हुए जापान के लोग युद्ध को राष्ट्र की प्रभुता में अधिकार के रूप में तथा शक्ति के प्रयोग अथवा धमकी को अन्तर्राष्ट्रीय विवादों का निर्णय करने के साधन के रूप में त्यागते हैं । ”
" प्रश्न 18 . “ जापानी संविधान में यद्ध का परित्याग किया गया है । ” क्यों ?
उत्तर - जापान स्वयं यद्ध में 1945 में दो नगरों ( हिरोशिमा व नागासाकी ) के ध्वस्त होने का दुष्परिणाम देख चुका है तथा अमरीकी राजनीतिज्ञ भी यही चाहते थे कि वे जिस देश के संविधान का निर्माण कर रहे हैं , उसके द्वारा भविष्य में युद्ध का मार्ग न अपनाया जाए । इस कारण जापानी संविधान में युद्ध का परित्याग किया गया है ।
प्रश्न 19 . जापान के सम्राट के उत्तराधिकार के सम्बन्ध में क्या व्यवस्था की गई है ?
उत्तर - जापान के सम्राट के उत्तराधिकार के सम्बन्ध में अनुच्छेद 2 के अनुसार सम्राट का पद वंश परम्परागत रखा गया है तथा उसका उत्तराधिकार डायट द्वारा पारित साम्राज्यीय गृह कानून द्वारा निश्चित किया जाता है ।
प्रश्न 20 . “ जापान का संविधान कठोर संविधान है । " स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर -जापान का संविधान न केवल लिखित वरन एक कठोर संविधान है , क्योंकि इसमें संवैधानिक संशोधन के लिए साधारण कानून निर्माण की प्रक्रिया से भिन्न विशेष प्रक्रिया की व्यवस्था की गयी है ।
प्रश्न 21 . जापान के सम्राट की प्रमुख शक्तियों का उल्लेख कीजिए ।
उत्तर - जापान के सम्राट को संविधान की धारा 1 से 7 तक में प्रमख शक्तियां हैं -
( 1 ) कार्यपालिका सम्बन्धी शक्तियाँ
( 2 ) विधायी शक्तियाँ
( 3 ) न्यायिक शक्तियाँ
( 4 ) उपाधियाँ , समारोहों और स्वागत सम्बन्धी शक्तियाँ ।
प्रश्न 22 . जापान के सम्राट के विधायी अधिकार बताइए ।
उत्तर - ( i ) संवैधानिक संशोधनों , विधियों , केबिनेट के आदेशों व संधियों की घोषणा करना
( ii ) डाइट के अधिवेशन आमन्त्रित करना
( iii ) प्रतिनिधि सदन को विघटित करना
( iv ) डाइट के सदस्यों के सामान्य निर्वाचन की घोषणा करना ।
प्रश्न 23 . जापान में सम्राट पद को बनाये रखने के कोई तीन कारणा बताइए ।
उत्तर - ( i ) ऐतिहासिक संस्था और जनता की श्रद्धा का केन्द्र
( ii ) जापान की जनता की रूढ़िवादिता
( ii ) सम्राट की निरन्तर सराहनीय भूमिका ।
प्रश्न 24 . जापान में राजपद का क्या औचित्य है ? कोई दो कारण बताइए ।
उत्तर - ( 1 ) जनता की श्रद्धा
( 2 ) राष्ट्र की एकता का प्रतीक ।
प्रश्न 25 . जापान के सम्राट की दो कार्यपालिका शक्तियाँ लिखिए ।
उत्तर - ( 1 ) डाइट के प्रस्ताव द्वारा अनुशंसित व्यक्ति को प्रधानमंत्री नियुक्त करना
( 2 ) सम्मान सूचक उपाधियाँ प्रदान करना ।
प्रश्न 26 . जापान एवं ब्रिटेन के सम्राट पदों में दो अन्तर बताइए ।
उत्तर - ( 1 ) जापान के सम्राट की शक्ति एवं स्थिति का आधार लिखित संविधान है जबकि ब्रिटिश सम्राट की शक्ति एवं स्थिति का आधार अलिखित संविधान एवं परम्पराएँ हैं ।
( 2 ) जापान के सम्राट को अपनी सम्पत्ति खरीदने व बेचने का अधिकार प्राप्त नहीं है । उसे संसद ( डायट ) की इच्छानुसार आचरण करना होता है जबकि ब्रिटिश सम्राट को अपनी सम्पत्ति खरीदने व बेचने का अधिकार प्राप्त है ।
प्रश्न 27 . जापान के मंत्रिमण्डल की चार विशेषताएँ बताइए ।
उत्तर - ( i ) विधायिका और कार्यपालिका के बीच घनिष्ठ सम्बन्ध
( ii ) मंत्रिमण्डल का । सामूहिक उत्तरदायित्व
( iii ) राजनीतिक सजातीयता
( iv ) प्रधानमंत्री का नेतृत्व ।
प्रश्न 28 . जापानी मंत्रिमण्डल की दो वित्तीय शक्तियाँ लिखिए ।
उत्तर - दो वित्तीय शक्तियाँ - ( 1 ) जापानी मंत्रिमण्डल वार्षिक बजट तैयार करके डायट के सामने रखता है और उसे पारित कराता है ।
( 2 ) जापानी मंत्रिमण्डल डायट के माध्यम से जनता के सामने राष्ट्रीय वित्त के बारे में अपनी वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करता है ।
प्रश्न 29 . वित्तीय क्षेत्र में मंत्रिमण्डल का प्रमुख कार्य क्या है ?
उत्तर - वित्तीय क्षेत्र में बजट का निर्माण , उसे डायट में प्रस्तुत करना और स्वीकृत कराना । मंत्रिमण्डल का प्रमुख कार्य है ।
प्रश्न 30 . जापान में प्रधानमंत्री की नियुक्ति कौन करता है ?
उत्तर - जापान में प्रधानमंत्री की नियुक्ति सम्राट करता है । सम्राट उसी व्यक्ति को प्रधानमंत्री नियुक्त करता है जिसका डाइट ने मनोनयन किया है ।
प्रश्न 31 . जापान में मंत्रिमण्डल की बैठकें किसकी अध्यक्षता में , कहाँ और कब होती है ?
उत्तर - जापान में प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में मंत्रिमण्डल की बैठकें , उसके सरकारी निवास स्थान पर , सप्ताह में दो बार मंगलवार व शुक्रवार को होती है ।
प्रश्न 32 . जापान के प्रधानमंत्री के तीन कार्य लिखिए ।
उत्तर - ( i ) मंत्रिमण्डल का कार्य संचालन करना
( ii ) प्रशासन पर नियन्त्रण रखना
( ii ) परराष्ट्रों के साथ सम्बन्धों का संचालन करना ।
प्रश्न 33 . जापानी व ब्रिटिश प्रधानमंत्री की तुलना कीजिए ।
उत्तर - ( 1 ) जापान में प्रधानमंत्री का चुनाव डायट द्वारा होता है जबकि ब्रिटेन में प्रधानमंत्री की नियुक्ति सम्राट करता है ।
( 2 ) जापानी प्रधानमंत्री अपने मंत्रिमण्डल के आधे सदस्य संसद के बाहर से ले सकता है जबकि ब्रिटिश प्रधानमंत्री अपने मंत्रिमण्डल में गैर - संसद सदस्यों को शामिल नहीं कर सकता है ।
प्रश्न 302 . जापान में प्रतिनिधि सदन की सदस्यता के लिए आवश्यक योग्यता क्या है ?
उत्तर - ( i ) वह जापान का जन्मजात नागरिक हो
( ii ) वह 25 वर्ष की आयु पूरी कर चुका हो
( iii ) वह सरकार के अधीन किसी लाभदायक पद पर न हो
( iv ) वह पागल अथवा दिवालिया न हो ।
प्रश्न 24 . जापान की डायट की रचना किस प्रकार होती है ?
उत्तर - जापान की डायट ( संसद ) द्विसदनात्मक व्यवस्थापिका है जो प्रथम या निम्न सदन ' प्रतिनिधि सभा तथा द्वितीय या उच्च सदन ' सभासद सदन ' या ' पार्षद सभा ' से मिलकर बनती है ।
प्रश्न 35 . डायट के सदस्यों की योग्यताओं को बताइए ।
उत्तर - डायट के सदस्यों की योग्यताएँ -
( 1 ) वह जापान का जन्मजात नागरिक हो
( 2 ) प्रतिनिधि सभा के सदस्यों के लिए आयु 25 वर्ष हो जबकि सभासद सदन हेतु 30 वर्ष हो
( 3 ) वह सरकार के अधीन किसी लाभदायक पद पर न हो
( 4 ) वह चुनाव क्षेत्र में कम से कम तीन महीने से निवास कर रहा हो
( 5 ) वह कानून द्वारा डायट की सदस्यता के अयोग्य घोषित न किया गया हो ।
प्रश्न 36 . ' डायट ' की दो न्यायिक शक्तियाँ बताइए ।
उत्तर - दो न्यायिक शक्तियाँ - ( 1 ) डायट न्यायपालिका के संगठन के बारे में कानून बना सकती है ।
( 2 ) सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की नियुक्ति कार्यपालिका करती है , लेकिन डायट इन नियुक्तियों पर पुनर्विचार कर सकती है ।
प्रश्न 37 . वित्त विधेयक के सम्बन्ध में डायट के दोनों सदनों की तुलना कीजिए ।
उत्तर - वित्त विधेयक के सम्बन्ध में प्रतिनिधि सदन को निर्णायक शक्ति प्राप्त है और इन विधयकों के सम्बन्ध में सभासद सदन को मात्र 30 दिन की विलम्बकारी शक्ति प्राप्त है ।
38 . जापानी संविधान के किस अध्याय में तथा कौनसे अनुच्छेदों में डायट की रचना तथा शक्तियों का उल्लेख किया गया है ?
उत्तर - जापानी संविधान के चौथे अध्याय में अनुच्छेद 41 से अनुच्छेद 64 तक में डायट की रचना तथा शक्तियों का उल्लेख किया गया है ।
39 . जापान के सर्वोच्च न्यायालय में कल कितने न्यायाधीश होते हैं ?
उत्तर - जापान के सर्वोच्च न्यायालय में एक मख्य न्यायाधीश तथा 14 अन्य न्यायाधीश हैं ।
प्रश्न 40 . जापान में डायट की प्रमुख समितियों के नाम लिखिए ।
उत्तर - ( i ) स्थायी समितियाँ
( ii ) विशेष समितियों
( iii ) संयुक्त सम्मेलन समितियाँ
( iv ) संयुक्त विधायी समितियाँ ।
प्रश्न 41 . जापान के वर्तमान संविधान के किन अनुच्छेदों में न्यायपालिका का उल्लेख किया गया है ?
उत्तर जापान के वर्तमान संविधान के अध्याय 6 के अन्तर्गत अनुच्छेद 76 से 82 तक में जापानी न्यायपालिका के संगठन , शक्तियों , कार्यों व अधिकारों का उल्लेख किया गया है ।
प्रश्न 42 . ' प्रोक्यूरेटर ' क्या है ?
उत्तर - जापान में विभिन्न स्तर के न्यायालयों के लिए सरकारी वकीलों अर्थात् प्रोक्युरेटरों की व्यवस्था की गई है , जो सरकार के न्याय विभाग की देखरेख में कार्य करते हैं । इनका प्रमुख कार्य है - अपने स्तर के न्यायालय में चलने वाले फौजदारी मुकदमों में सरकार की ओर से पैरवी करना । प्रोक्यूरेटरों की नियुक्ति मंत्रिमण्डल की सलाह पर सम्राट करता है ।
प्रश्न 43 . जापान में न्यायपालिका अर्थात न्यायालयों को कितने भागों में बाँटा गया है ?
उत्तर - पाँच भागों में -
( 1 ) प्रारम्भिक न्यायालय
( 2 ) कौटुम्बिक ( पारिवारिक ) न्यायालय
( 3 ) जिला न्यायालय
( 4 ) उच्च न्यायालय
( 5 ) सर्वोच्च न्यायालय । ।
प्रश्न 44 . “ जापान में न्याय व्यवस्था में एकरूपता पाई जाती है । ” स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर - जापान की सम्पूर्ण न्यायिक सत्ता सर्वोच्च न्यायालय तथा कानून द्वारा स्थापित अधीनस्थ न्यायालयों में निहित है । न्यायपालिका के शीर्ष पर सर्वोच्च न्यायालय है और उसके अधीन उच्च न्यायालय , जिला न्यायालय , कौटुम्बिक न्यायालय और 570 प्रारम्भिक न्यायालय हैं जो ऊपर से नीचे तक एक श्रृंखला में आबद्ध हैं ।
प्रश्न 45 . जापान में सर्वोच्च न्यायालय की कार्यविधि समझाइए ।
उत्तर - सर्वोच्च न्यायालय में संवैधानिकता के प्रश्न से सम्बन्धित विवादों की सुनवाई 15 न्यायाधीशों की ' ग्राण्ड बैंच ' करती है जिसमें गणपूर्ति के लिए 9 न्यायाधीशों की उपस्थिति आवश्यक मानी जाती है । अन्य मामलों में , जिनमें केवल कानूनी प्रश्न निहित होते हैं छोटी बैंच ही अपीलें सनती है जिसमें 5 न्यायाधीश होते हैं ।
प्रश्न 46 . सार या समरी न्यायालय से क्या तात्पर्य है ? अथवा जापान के समरी न्यायालय पर कुछ शब्द लिखिए ।
उत्तर - सार या समरी न्यायालय नगरों तथा ग्रामों में स्थापित किये जाते हैं । इन्हें प्रारम्भिक न्यायालय भी कहा जाता है । ये 5 हजार येन तक के दीवानी विवाद और छोटे - छोटे ऐसे फौजदारी विवाद सुनते हैं , जिनमें एक मास से कम कैद की सजा दी जाती है ।
प्रश्न 47 . जापान में न्यायाधीशों की नियुक्ति कैसे की जाती है ?
उत्तर जापान में न्यायाधीशों की नियुक्ति कार्यपालिका द्वारा की जाती है परन्तु इन नियुक्तियों का अनुसमर्थन जनता द्वारा प्रतिनिधि सदन के चुनाव के समय किया जाना जरूरी है ।
प्रश्न 48 . जापान में न्यायाधीशों पर जो आरोप लगाए जाते हैं , उनकी जाँच किसके द्वारा की जाती है ?
उत्तर - जापान में न्यायाधीशों पर आरोप लगाने का कार्य डाइट के दोनों सदनों की एक समिति ' दोषारोपण समिति ' करती है तथा आरोपों की जाँच डाइट द्वारा स्थापित ' महाभियोग न्यायालय ' करता है ।
प्रश्न 49 . जापान के किन्हीं दो राजनीतिक दलों के नाम लिखिए ।
उत्तर - ( i )
उदार लोकतांत्रिक दल
( ii ) समाजवादी दल ।
प्रश्न 50 . जापान के ' कोमिटो ' दल के बारे में आप क्या जानते हैं ?
उत्तर - कोमिटो दल जापान के बौद्ध धर्म की एक शाखा सोका गोक्काई का राजनीतिक संगठन है जो मूलत : नैतिक , धार्मिक एवं मानवतावादी मूल्यों में विश्वास रखता है और इनके आधार पर समाज का नैतिक पुनरुद्धार तथा राजनीति का शुद्धिकरण चाहता है ।
प्रश्न 51 . जापान के साम्यवादी दल की प्रमुख दो नीतियाँ एवं कार्यक्रम बताइए ।
उत्तर - ( 1 ) यह दल उत्पादन तथा वितरण के सभी साधनों पर राज्य का अधिकार स्थापित करना चाहता है ।
( 2 ) यह दल निजी सम्पत्ति के अधिकार को समाप्त करना चाहता है ।
प्रश्न 52 . जापानी राजनीतिक दलीय व्यवस्था की कोई तीन विशेषताएँ बताइए ।
उत्तर जापान की दल पद्धति की निम्नलिखित प्रमुख विशेषताएँ हैं -
( i ) एक राजनीतिक दल की प्रभुता
( ii ) गुटबन्दी और व्यक्तित्व का प्रभाव
( iii ) केन्द्रीयकरण की प्रवृत्ति और अपेक्षाकृत कठोर अनुशासन ।
प्रश्न 53 . “ जापान में राजनीतिक दल व्यवस्था गुटबन्दी से ग्रसित है । ” समझाइए ।
उत्तर - जापान के राजनीतिक दल सुस्पष्ट राजनीतिक और आर्थिक विचार पर आधारित नहीं हैं , फलस्वरूप इस प्रकार की दलीय व्यवस्था में गुटबन्दी तथा व्यक्तित्व का प्रभाव दोनों ही तत्व देखे जा सकते हैं ।
प्रश्न 54 . आधुनिक जापान के प्रमुख राजनीतिक दलों के नाम लिखिए ।
उत्तर- ( 1 ) उदार लोकतांत्रिक दल
( 2 ) समाजवादी दल
( 3 ) लोकतांत्रिक समाजवादी दल
( 4 ) साम्यवादी दल
( 5 ) कोमिटो दल
( 6 ) न्यू फ्रण्टियर दल ।
प्रश्न 55 . जापान के सर्वोच्च न्यायालय के कोई चार कार्य बताइए ।
उत्तर ( i ) मौलिक अधिकारों की रक्षा , ( ii ) नियम निर्माण की शक्ति , ( iii ) संविधान के रक्षक की शक्ति , तथा ( iv ) न्यायिक पर्यवेक्षण और प्रशासन सम्बन्धी शक्तियाँ ।
प्रश्न 56 . खुली न्यायिक कार्यवाही से क्या आशय है ?
उत्तर - जापान में निष्पक्ष न्याय की दृष्टि से खुली न्यायिक कार्यवाही को उपयुक्त समझा जाता है और जापान के संविधान के अनुच्छेद 82 में यह व्यवस्था की गयी है कि मुकदमों की सुनवाई सार्वजनिक होगी और निर्णय खुले आम दिये जायेंगे ।

Download PDF

Download & Share PDF With Friends

Download PDF
Free
Knowledge Hub

Your Knowledge Booster..!

Post a Comment (0)
Previous Post Next Post